Description
‘काव्य मणिका’ पुस्तक मन की भावनाओं की तलाश करने का और मन में दबी भावनाओं और एहसासों की निकासी का एक माध्यम है। इस पुस्तक में मुझे मिलाकर 40 रचनाकारों ने अपने सुंदर कविताओं द्वारा अपनी मन की बात कही है। मैं सभी रचनाकारों का दिल से आभार प्रकट करती हूँ कि उन्होंने अपनी लेखनी का योगदान देकर इस पुस्तक को सफल बनाया। मैं मेरी सहयोगी अनु पाल जी का भी आभार प्रकट करती हूँ जिन्होंने इस पुस्तक में प्रूफरीडिंग कर मेरा सहयोग दिया। मैं हमारी बेंजाइटन प्रेस टीम व हमारे सहयोगी प्रकाशक नमन खंडेलवाल जी (मांडा पब्लिशर्स) का असीम धन्यवाद प्रकट करती हूँ जिन्होंने इस पुस्तक को मूर्त रूप दिया व अपने उत्कृष्ट प्रकाशन द्वारा इसे सजाया। अंत में मैं आशा करती हूँ कि यह पुस्तक हमारे पाठकों को अवश्य ही पसंद आएगी। दिल से लिखी गईं इन कविताओं को एक बार अवश्य पढ़ें।
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