Description
मैं जो यह पुस्तक लिख रहा हूँ जिसकें लिए लिख रहा हूँ; आरंभ का दौर और इनकी कामयाबी का शोर बताएगा कि कैसे लक्षिता डागर ने कम उम्र में सरपंच की उपाधि प्राप्त की । कैसे कम उम्र में इनका संघर्ष और मेहनत रंग लाई है। पढ़ोगे तो जानोगे कि ” “संघर्ष की कोई उम्र नहीं होती, ठान लो तो कामयाबी भी हमसे दूर नहीं होती।”
Reviews
There are no reviews yet.