Description
पुस्तक परिचय
मेरी यह पुस्तक प्रकृति के 51 आयाम हमको प्रकृति की अहमियत के बारे में बताती है वर्तमान में जब हम सभी भौतिकवादी युग से प्रभावित हो जिंदगी की तेज रफ्तार में भाग रहे हैं और इस तेज रफ्तार जिंदगी में हमारे लिए अपने पास ही वक्त नहीं है और हम कई तरह की समस्याओं से भी जूझ रहे हैं और हम सभी को जरूरत है अपने आसपास की प्रकृति को देखने की उसमें सहजता ढूंढने प्रकृति से जुड़ने की और प्रकृति की ओर पुनः लौट चलने की क्योंकि वास्तव में हम सभी प्रकृति के अभिन्न अंग हैं और हमारी प्रकृति से ही हम सभी की उन्नति और सुख संभव है कविताओं की भाषा को बहुत ही सरल ,सहज व्यावहारिक, प्रवाहपूर्ण, रखने की कोशिश करी है ताकि जन सामान्य भी इस पुस्तक का आनंद ले सकें।
लेखक परिचय
मैं अंजना रावत दिल्ली की निवासी हूं व मूल रूप से उत्तराखंड से हूं। वर्तमान में मैं स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय दिल्ली में कार्यरत हूं, मुझे बचपन से ही हिंदी साहित्य के प्रति लगाव रहा है और मैं लगभग 8 वर्ष की उम्र से ही गद्य और पद्य लेखन में सक्रिय हूं। कई मंचों पर मुझे कविता पाठ का मौका भी मिला है और कुछ पत्रिकाओं में मेरी कविताएं भी प्रकाशित हुई है। विज्ञान की विद्यार्थियों होने से से कुछ समय तक लेखन में निष्क्रिय रहने के बाद भी हिंदी साहित्य से लगाव बना रहा।
हमारे कार्यालय में हिंदी विभाग की ओर से आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लेती रहती हूं। उसमें मुझे पुरस्कार और सम्मान भी मिला है। मेरी कविताओं को पत्र-पत्रिकाओं में कई बार स्थान मिला है। साहित्य में असीम रुचि होने के कारण एक लम्बे अंतराल के बाद लेखन को फिर से अपना मकसद बना विभिन्न ऑनलाइन मंचों से जुड़ीं हुई हूं वर्तमान में फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया पर लेखन में सक्रिय हूं मैं सुप्रसिद्ध लेखिका आदरणीय महादेवी वर्मा, एवन आदरणीय लेखक सुमित्रानंदन पंत जी रामधारी सिंह दिनकर, सोहनलाल द्विवेदी और गद्य लेखन में खासतौर से प्रेमचंद जी से कॉफी प्रभावित रही हूं।
Rani negi –
Beautifully written