ये किताब मेरे जीवन के संघर्षों से सीखा हुआ अनुभव है, संघर्षों और विषम परिस्थितियों से उत्पन्न सवालों और उनके जवाब हैं, जिसको मैं आपके सम्मुख प्रस्तुत करता हूँ, मैं चाहता हूँ कि आप भी सीखें और खुद को सफल बनाएँ।
यह एक छोटा सा प्रयास है, लक्ष्य को पाने के लिए, बाकी कठिन परिश्रम तो आपको ही करना होगा।
ईश्वर आपके साथ है आप शुरुआत कीजिए।
कभी ये नहीं सोचना चाहिए कि यह कार्य हम नहीं कर सकते, आप सब कुछ कर सकते हैं,
जीवन के पथ पर आगे बढ़ते हुए आप हमेशा नई सफलता प्राप्त करे, ऐसी मेरी कामना है।
आप जिस भी धर्म को मानने वाले हों, निरंतर ईश्वर का ध्यान करते रहिए और अपने लक्ष्य के लिए कड़ी मेहनत करते रहिए, निसंदेह आप सफल हो जायेंगे, इसमें तनिक मात्र संदेह नहीं, कोई नहीं रोकेगा आपको, इसलिए अपने मन में संदेह उत्पन्न कर के, खुद को कमजोर मत कीजिए।
मेरी यह किताब हर उस व्यक्ति को समर्पित है, जो अपने लक्ष्य के लिए मेहनत कर रहे हैं, जो आगे बढ़ना चाहते हैं और सफल होना चाहते हैं, जो सफ़लता का मार्ग खोज रहे हैं, अतः यह किताब आपका मार्ग प्रशस्त करने में सहयोग करेगी।
चाहे आप विद्यार्थी हो, डॉक्टर, इंजीनियर, सिविल सर्विसेज में हो, विज्ञान के क्षेत्र में हों, कला और साहित्य के क्षेत्र में हों, संगीत, देश सेवा, खेल में कार्यरत हों, सामाजिक कार्यकर्ता, राजनीति में कार्यरत, बिजनेसमैन, होटल मैनेजमेंट, कृषक हों इत्यादि।
यह किताब आधारित है आपके पूरे जीवन को सार्थक बनाने के लिए, और आपके असली उद्देश्य की प्राप्ति के लिए।
सफ़लता का मतलब यह बिलकुल नहीं है कि आप एक लक्ष्य बनाएँ और उसे प्राप्त कर लें, सफलता का मतलब है अपने असली उद्देश्य की प्राप्ति के साथ अपने पूरे जीवन को सफल और सार्थक बनाना।
जन्म के बाद माँ बाप का कर्तव्य, विद्यालय जाने के बाद गुरु और अध्यापकों का कर्तव्य, उद्देश्य पूर्ण होने के बाद स्वयं आपका परिवार और राष्ट्र के प्रति कर्तव्य,
यह पुस्तक मार्ग प्रशस्त करेगी, आपके कर्त्तव्यों को जागृत रखने के लिए, आपके सम्पूर्ण जीवन को मोटीवेट रखने के साथ-साथ सफल बनाए रखने का मार्ग प्रशस्त करेगी।
मैं चाहता हूँ कि, आप जीवन भर सकारात्मक ऊर्जा से भरे हों, कर्त्तव्यों के प्रति सदैव जोश से भरे हों, आपके पास सदैव एक विशेष उद्देश्य हो और आप अपने उद्देश्य की खोज कर सकें, और आपका पूरा जीवन सफल हो।
इस किताब को लिखने के लिए, लिया गया स्रोत “मेरे बचपन से 32 साल की उम्र तक सीखा गया अनुभव, विभिन्न कथा कहानियों, वैदिक अध्यन एवम् हिंदी की किताबों,टेलीविजन, फिल्मों, समाचार पत्रों, विभिन्न लेखों की कटिंग, प्राकृतिक घटनाओं, मित्रो, गुरुजनों और माँ बाप भाई बहन से मिली शिक्षा पर आधारित है।