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Triveni – Vicharo or bhawnaon ka pravah

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Authors: Sanyukta Tyagi Sharanjeet Kaur, Meeta Joshi
मानवीय संवेदनाओं को दर्शाती कहानियों व कविताओं के संगम से बनी त्रिवेणी में तीन लेखिकाओं के विचारों को स्थान दिया गया हैं। सहज,सरल और परिमार्जित भाषा में लिखी त्रिवेणी हमारे समाज का आईना है।

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Description

About the Authors:
 
शरनजीत कौर, एक गृहणी, शिक्षिका और दो बेटों की माँ हैं। वर्तमान में विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) में, परन्तु मूल रूप से लखनऊ निवासी होने के कारण प्रारंभिक शिक्षा-दीक्षा लखनऊ में ही हुई, तत्पश्चात लंबे विराम के बाद रोहतक (हरियाणा) से आगे की पढ़ाई पूरी की और कई वर्षों तक विज्ञान और गणित विषयों का अध्यापन कार्य किया।
मीता जोशी जयपुर (राजस्थान) की निवासी हैं व मूल रूप से कुमाऊँ उत्तराखंड से हैं। इनका जन्म जयपुर व शिक्षा सीकर से हुई है। इन्हें बचपन से ही हिंदी साहित्य के प्रति लगाव रहा है। एम.ए. हिंदी से करने के पश्चात इन्होंने बी.एड. किया। कुछ वर्षों तक अध्यापन के क्षेत्र से जुड़ी रही हैं।
संयुक्ता त्यागी मूल रूप से मेरठ(उत्तर प्रदेश) की निवासी हैं। इनका जन्म व प्रारंभिक शिक्षा मेरठ में ही हुई है। बचपन से ही हिन्दी साहित्य पढ़ने का शौक रहा है। इनकी शैक्षिक योग्यता बी.एस.सी, एम.ए(अर्थशास्त्र), बी.एड, एम.एड है। वर्तमान में वह एम.ए हिंदी कर रही हैं।

Additional information

Weight 0.20 kg

Product Details

ISBN: 9789390447886
Size: 5×8
Format: Paperback
Pages: 113
Language: Hindi
Genre: Fiction | Short Stories
Mrp: 249/-

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