front

Puran, Prakriti aur Prerna

1 × Original price was: ₹249.Current price is: ₹195.
front

Taarunya Rang

1 × Original price was: ₹199.Current price is: ₹189.
front

Vidhyapatikrit Kirtigaatha

1 × Original price was: ₹195.Current price is: ₹189.
front

A Wired and Tired

1 × Original price was: ₹249.Current price is: ₹229.
front

Shabdon Ka Samay Path

1 × Original price was: ₹249.Current price is: ₹219.
Shopping Basket1021

Vidhyapatikrit Kirtigaatha

Vidhyapatikrit Kirtigaatha

Author: Dr. Bijayendra Jha

Book Cost

Original price was: ₹195.Current price is: ₹189.

Short Description

‘कीर्तिगाथा’ एक महत्त्वपूर्ण मैथिली ग्रंथ है, जिसे डॉ. विजयेंद्र झा ने संपादित किया है। यह ग्रंथ प्राचीन साहित्यिक परंपराओं, धार्मिक विचारधाराओं और सांस्कृतिक चेतना का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करता है।

Share this Book

WhatsApp
Facebook
Twitter

Original price was: ₹195.Current price is: ₹189.

Quality Products

7 Days Return Policy

Usually Ships in 2 Days

Apply Coupon at Checkout

Page Count

71

Book Type

Paperback

ISBN

978-93-6402-569-0

Mrp

195

Genre

Language

Language

Maithili

About the Book

‘कीर्तिगाथा’ एक महत्त्वपूर्ण मैथिली ग्रंथ है, जिसे डॉ. विजयेंद्र झा ने संपादित किया है। यह ग्रंथ प्राचीन साहित्यिक परंपराओं, धार्मिक विचारधाराओं और सांस्कृतिक चेतना का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करता है। इसमें शास्त्रीय ज्ञान, काव्य-गौरव और ऐतिहासिक दृष्टिकोण का समन्वय है, जो पाठकों को भारतीय चिंतन की गहराइयों से परिचित कराता है। मैथिली भाषा, साहित्य और दर्शन के विद्यार्थियों के लिए यह पुस्तक एक अमूल्य संदर्भ है, जो परंपरा और आधुनिकता के बीच सेतु का कार्य करती है। ‘कीर्तिगाथा’ न केवल एक साहित्यिक धरोहर है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक अस्मिता का जीवंत दस्तावेज भी है।

About the Author

डॉ. विजयेंद्र झा एक प्रतिष्ठित साहित्यकार और शिक्षाविद् हैं, जिनका जन्म 30 दिसंबर 1964 को हुआ। उन्होंने मैथिली भाषा और साहित्य में स्नातक, स्नातकोत्तर तथा पी-एच.डी. की उपाधियाँ प्राप्त कीं। वर्तमान में वे एल.एन.टी. कॉलेज, मुजफ्फरपुर में मैथिली विभाग के प्राचार्य सह अध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। लोक साहित्य, भाषा इतिहास और साहित्य आलोचना के क्षेत्र में उनका योगदान उल्लेखनीय है। उन्होंने अनेक शोध-पत्र, ग्रंथ और आलोचनात्मक रचनाएँ प्रकाशित की हैं। डॉ. झा ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठियों में भाग लेकर मैथिली साहित्य के विकास और प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

Recommended Books

Explore our bestselling catalog, featuring a wide array of novels, poetry, and more—each piece a journey through compelling stories and evocative words.

Shopping Basket