Description
डॉ रीता सक्सेना नवगीत परम्परा की कवयित्री हैं । विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में इनकी रचनाएं समय-समय पर प्रकाशित होती रही हैं। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की पत्रिका, “गगनांचल” में भी इनकी रचनाएं छप चुकी हैं। `युग शून्य’और`अनुराग’ इनकी कृतियां हैं। इसमें विशेषतया ‘अनुराग’ को परमादरणीया महादेवी वर्मा जी का शुभाशीष भी सौभाग्य वश प्राप्त हो चुका है ।
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